पंजाब नेशनल बैंक से जुड़ी बड़ी खबर: 5 नवंबर से लागू होंगे नए नियम, जानिए आपको कैसे होगा असर!

PNB Latest News in Hindi: अगर आप भी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के ग्राहक हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है। 5 नवंबर 2024 से पीएनबी ने बचत खातों के लिए कई सेवाओं पर शुल्क में बदलाव किया है। इन नए नियमों का असर आपके खाते और सेवाओं पर पड़ सकता है, इसलिए इन्हें जानना जरूरी है।

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बदलाव की गई सेवाएं: पीएनबी ने 5 नवंबर 2024 से 5 मुख्य सेवाओं में संशोधन किया है। इनमें निम्नलिखित सेवाएं शामिल हैं:

न्यूनतम औसत शेष राशि:

ग्रामीण क्षेत्र: ₹500

अर्ध शहरी क्षेत्र: ₹1000

शहरी और मेट्रो क्षेत्र: ₹2000

न्यूनतम मासिक औसत शेष राशि (Minimum Monthly Average Balance – MAB):

ग्रामीण क्षेत्र: ₹500

अर्ध शहरी क्षेत्र: ₹1000

शहरी और मेट्रो क्षेत्र: ₹2000

डिमांड ड्राफ्ट जारी करना

डुप्लिकेट डिमांड ड्राफ्ट

चेक रिटर्न शुल्क और लॉकर किराया शुल्क

इन परिवर्तनों में तिमाही औसत शेष (QAB) की आवश्यकताओं को भी क्षेत्रवार अद्यतन किया गया है। ग्राहकों के लिए बैंक की नई शर्तों के अनुसार खाते का बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य होगा।

डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) जारी करने के लिए वर्तमान शुल्क निम्नलिखित हैं: ₹10,000 तक के डीडी पर ₹50 का शुल्क लगेगा। ₹10,000 से ₹1,00,000 तक के डीडी पर प्रति ₹1,000 के लिए ₹4 शुल्क लिया जाएगा, जिसमें न्यूनतम ₹50 है। ₹1,00,000 से अधिक राशि के डीडी पर प्रति ₹1,000 पर ₹5 का शुल्क लगेगा, जिसमें न्यूनतम शुल्क ₹600 और अधिकतम ₹15,000 है। यदि नकद में ₹50,000 से कम की राशि जमा की जाती है, तो सामान्य शुल्क का 50% अतिरिक्त शुल्क लगेगा।

संशोधित शुल्क के अनुसार, अब डीडी पर 0.40% शुल्क लगेगा, जिसमें न्यूनतम ₹50 और अधिकतम ₹15,000 निर्धारित किया गया है। नकद में ₹50,000 से कम की राशि पर सामान्य शुल्क का 50% अतिरिक्त शुल्क लागू होगा।

डुप्लिकेट डीडी शुल्क में बदलाव

डुप्लिकेट डीडी जारी करने का मौजूदा शुल्क ₹150 प्रति डीडी है। री-वैलिडेशन या रद्दीकरण के लिए तथा ₹50,000 से कम की नकद राशि जमा करने पर ₹250 का शुल्क लिया जाता है। संशोधित शुल्क के अनुसार, अब डुप्लिकेट डीडी जारी करने पर ₹200 प्रति डीडी का शुल्क होगा। री-वैलिडेशन और रद्दीकरण के लिए भी ₹200 प्रति डीडी शुल्क होगा, और ₹50,000 से कम की नकद राशि पर ₹250 का शुल्क लागू होगा।

चेक वापसी शुल्क में बदलाव

चेक वापसी के संशोधित शुल्क के तहत, बचत खाते में अपर्याप्त राशि के कारण चेक लौटने पर ₹300 प्रति चेक शुल्क लगेगा। चालू खाता, कैश क्रेडिट (CC), और ओवरड्राफ्ट (OD) के लिए वित्तीय वर्ष में पहले तीन चेक वापसी पर ₹300 प्रति चेक, और चौथे से प्रत्येक चेक वापसी पर ₹1,000 का शुल्क लिया जाएगा। अपर्याप्त राशि के अलावा अन्य कारणों से चेक लौटने पर ₹100 प्रति चेक शुल्क लिया जाएगा। तकनीकी समस्याओं या बैंक की गलती के कारण वापसी पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। धन न रहने के दिनों की संख्या के अनुसार अतिरिक्त ब्याज भी लागू किया जाएगा।

आउटवर्ड रिटर्न चार्ज (ECS सहित)

बिल वापसी के लिए, ₹1 लाख तक की राशि वाले चेक पर ₹150 प्रति चेक, ₹1 लाख से ₹10 लाख तक के लिए ₹250 प्रति चेक, और ₹10 लाख से अधिक राशि पर ₹500 प्रति चेक का शुल्क लिया जाएगा।

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